अगर ऐसा सचमुच हुआ

कलबुर्गी स्थित जिस कॉल सेंटर की सेवा इसके लिए ली गई, उसे मतदाता के नाम को काटने की हर अर्जी के लिए 80 रुपए दिए गए। दिसंबर 2022 से फरवरी 2023 के बीच ऐसी कुल 6,018 अर्जियां दी गईं। कर्नाटक पुलिस का विशेष जांच दल (एसआईटी) इस नतीजे पर पहुंचा है कि राज्य के अलांद… Continue reading अगर ऐसा सचमुच हुआ

मतलब तो सध गया!

महाराष्ट्र की बहुचर्चित मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना के तहत 12,431 पुरुषों को 13 महीनों तक तय रकम दी गई। साथ ही 77,980 ऐसी महिलाओं को भी इसका लाभ मिला, जो तय शर्तों के मुताबिक लाभ पाने के योग्य नहीं थीं। सियासी पार्टियां ‘वोट खरीदने’ के लिए सार्वजनिक धन का कैसा दुरुपयोग कर रही हैं,… Continue reading मतलब तो सध गया!

ट्रंप और ट्रेड डील

भारत अमेरिकी कृषि पैदावार के लिए अपने बाजार और अधिक खोल सकता है। रूसी तेल का आयात घटाने का जिक्र भी संभव है। मगर तब सवाल उठेगा कि क्या भारत की संप्रभुता तथा ऊर्जा एवं कृषि हितों से समझौता किया गया है? डॉनल्ड ट्रंप “महान व्यक्ति” नरेंद्र मोदी की मुश्किलें बढ़ाते जा रहे हैं, जिनके… Continue reading ट्रंप और ट्रेड डील

महा-गठबंधन की मुश्किलें

गठबंधन की मुश्किलें अलग-अलग स्तरों पर हैं। पहला स्तर तो लालू यादव का परिवार है, जिसमें टूट-फूट की चर्चाओं और दुरभिसंधि की अटकलों से भ्रम लगातार गहराता गया है। फिर घटक दलों में अपनी ताकत को लेकर बैठा हुआ भ्रम है। बिहार में महा-गठबंधन उद्देश्य की एकता का संदेश देने में विफल रहा है। इसके… Continue reading महा-गठबंधन की मुश्किलें

लिस्ट में सबसे नीचे

बुजुर्गों को आत्म-सम्मान की जिंदगी मिले, इसके लिए पर्याप्त और सुविधाजनक पेंशन व्यवस्था अनिवार्य है। मगर भारत में ऐसी बहुत छोटी आबादी है, जिन्हें यह लाभ मिला हुआ है। नतीजतन, वैश्विक पेंशन सूचकांक में भारत सबसे नीचे आया है। रिटायरमेंट के बाद- यानी वृद्धावस्था में- एक न्यूनतम आय सुनिश्चित करने की दुनिया में मौजूद व्यवस्थाओं… Continue reading लिस्ट में सबसे नीचे

माओवाद का पराभव

यह बहस का मुद्दा है कि माओवाद का पराभव सिर्फ सरकारी नजरिया बदलने के कारण हुआ है, या अतिवादी रणनीति तथा भारतीय राज्य के चरित्र एवं समाज की समझ संबंधी गलतियां माओवादियों को इस मुकाम तक ले आई हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के हाथों भारतीय संविधान की कॉपी ग्रहण कर वरिष्ठ माओवादी नेता… Continue reading माओवाद का पराभव

विकल्प और भी हैं!

भारत की असल चिंता यह है कि सितंबर में साल भर पहले की तुलना में सेवा क्षेत्र के निर्यात में 5.5 प्रतिशत की कमी आई। जबकि सेवा क्षेत्र ने वस्तु व्यापार में घाटे को काफी हद तक संभाले रखा है। डॉनल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर का असर सितंबर में पड़ा। अमेरिका के लिए भारत के… Continue reading विकल्प और भी हैं!

गूगल का महा-निवेश

अमेरिका ने पेट्रोडॉलर समृद्ध पश्चिम एशियाई देशों के ऊर्जा एवं वित्त तथा भारत के टेक प्रशिक्षित मानव संसाधन को अपने एआई बौद्धिक संपदा से जोड़ कर इस नई तकनीक में खुद को अग्रणी बनाए रखने की बड़ी योजना बनाई है।  गूगल भारत में आर्टिफिशिलय इंटेलिजेंस हब की स्थापना के लिए 15 बिलियन डॉलर का निवेश… Continue reading गूगल का महा-निवेश

महंगाई दर बनाम मांग

डब्लूपीआई के गिरने का अर्थ है कि थोक खरीद में गिरावट आई। मतलब यह कि कारोबारियों को अगले दो या तीन महीनों में बाजार में मांग बढ़ने की संभावना नजर नहीं आती। ऐसा जीएसटी दरों में कटौती के बावजूद हुआ है। ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में थोक मूल्य सूचकांक (डब्लूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति दर… Continue reading महंगाई दर बनाम मांग

चाहिए सतर्क दृष्टि

ट्रंप प्रशासन ने टैरिफ वॉर में भारत के प्रति कोई नरमी नहीं बरती है। क्या वार्ता के अगले चरण में वह ऐसा करेगा? या भारत अपनी ‘लक्ष्मण रेखाओं’ एवं विदेश नीति संबंधी संप्रभुता पर समझौता करने पर राजी हो जाएगा? अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत के अगले दौर के लिए भारतीय दल… Continue reading चाहिए सतर्क दृष्टि

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