कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल जिनको कांग्रेस में केसीवी कहा जाता है, वैसे तो जब से सबसे ताकतवर महासचिव बने तभी से निशाने पर हैं लेकिन अब अचानक वे चौतरफा घिरे हैं। उनके ऊपर चारों तरफ से हमले हो रहे हैं। कांग्रेस के भीतर का एक समूह उनको निशाना बना रहा है तो दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी और केरल की कम्युनिस्ट पार्टियां भी उनके ऊपर हमला कर रही हैं। उनके ऊपर अचानक बढ़े इस हमले का क्या कारण हो सकता है? जानकार सूत्रों का कहना है कि जैसे जैसे केरल का विधानसभा चुनाव नजदीक आएगा वैसे वैसे हमले तेज होंगे। असल में वेणुगोपाल को केरल के भावी मुख्यमंत्री के तौर पर देखा जा रहा है। इस संभावना से केरल कांग्रेस के सारे बड़े नेता चिंतित हैं। शशि थरूर से लेकर रमेश चेन्निथला और वीडी सतीशन से लेकर के सुधाकरन तक सारे नेता इस मामले में एकजुट हो गए हैं कि किसी तरह से केसीवी को रोकना है।
कांग्रेस कार्य समिति यानी सीडब्लुसी की बैठक में कांग्रेस संगठन की कमजोरी का जो सवाल दिग्विजय सिंह ने उठाया उसको इसी से जोड़ा जा रहा है। हालांकि उनका कोई इंटरेस्ट केरल में नहीं है लेकिन उनको राहुल के नेतृत्व पर सवाल उठाना था तो उन्होंने केसी वेणुगोपाल को निशाना बनाया। उन्होंने अपना काम कर दिया, जिस ओर राहुल ने 28 दिसंबर की मुलाकात में इशारा किया लेकिन उसके तुरंत बाद शशि थरूर ने कांग्रेस संगठन की कमजोरी का मुद्दा उठाया और कहा कि कांग्रेस संगठन को मजबूत करने की जरुरत है। असल में इस बार कांग्रेस नेताओं को लग रहा है कि केरल में कांग्रेस पार्टी जीत जाएगी। वह 10 साल से सत्ता से बाहर है और लोकसभा व हाल में हुए स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत अच्छा हुआ है इसलिए पहले से केसीवी को रोकने का अभियान शुरू हो गया है।
इसी तरह कर्नाटक में बुलडोजर चला कर चार सौ के करीब झुग्गियां तोड़ी गईं। इस मामले में वेणुगोपाल ने दखल दिया। उन्होंने सोशल मीडिया में लिखा कि ऐसे मामलों में सावधानी बरतनी चाहिए। इसके तुरंत बाद भारतीय जनता पार्टी उनके ऊपर हमलावर हो गई। भाजपा ने उनको कर्नाटक का सुपर सीएम कहा और आरोप लगाया कि वे सरकार के कामकाज में दखल देते हैं। इसी बुलडोजर वाले मसले को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने भी कांग्रेस और वेणुगोपाल पर हमला बोला। इसके जवाब में वेणुगोपाल ने कहा कि पिनरायी को सोच समझ कर बोलने की नसीहत दी। यह अच्छा है कि केसीवी अपना बचाव खुद कर रहे हैं।
