नौकरशाह के व्हिसलब्लोअर होने का हक

सरकार को व्हिसलब्लोअर संरक्षण को और मजबूत करना चाहिए ताकि नौकरशाह अपने कार्यकाल के दौरान ही गलत कार्यों को उजागर कर सकें, वो भी बिना किसी डर के। साथ ही, सेवानिवृत्त नौकरशाहों के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश होने चाहिए कि किन परिस्थितियों में जानकारी साझा की जा सकती है। अंततः, नौकरशाहों को यह समझना होगा कि… Continue reading नौकरशाह के व्हिसलब्लोअर होने का हक

श्रीरामसेतु को क्यों नहीं आस्थास्थल का महत्व?

वाल्मीकि रामायण, महाभारत, स्कंदपुराण, विष्णुपुराण से लेकर कालिदास के रघुवंश तक—हर ग्रंथ में इस सेतु की कथा अंकित है। कथा यह भी कहती है कि विभीषण के अनुरोध पर श्रीराम ने लौटते समय अपने धनुष की नोक से सेतु का एक भाग तोड़ दिया, जिससे उसका नाम ‘धनुष्कोटि’ पड़ा। सुप्रीम कोर्ट में एक बार फिर… Continue reading श्रीरामसेतु को क्यों नहीं आस्थास्थल का महत्व?

जेन-जी का दीवाल पर दो टूक मैसेज- बेवकूफ बनाना बंद करो!

भारत के लिए नेपाल का घटनाक्रम बहुत बड़ा खतरा है। किसी और देश श्रीलंका, बांग्लादेश के साथ हमारी उतनी समानता नहीं है जितनी नेपाल के साथ। सब की यही दुआ प्रार्थना है कि हमारे यहां ऐसा हिंसक आन्दोलन कभी न हो। भारत के लोकतंत्र ने हमेशा इस तरह की आशंका को फेल किया है। मगर… Continue reading जेन-जी का दीवाल पर दो टूक मैसेज- बेवकूफ बनाना बंद करो!

बौद्धिक चोले में अंधभक्ति

क्या यह सब भारतीयों में, विशेषतः हिन्दुओं में ‘चिन्तन-फोबिया’ है — सोच-विचार से डरना? ताकि अपनी बनी-बनाई, तय की हुई विचार-प्रतिमा, नेता-प्रतिमा, मत-प्रतिमा खंडित न हो जाए? और उन प्रतिमाओं का पूजन, भजन, रंग-रोगन, झाड़-पोछ, धूपबत्ती दिखाने का नियमित अनुष्ठान बाधित, या बंद ही न करना पड़े! तब क्या होगा? फिर इतने दशकों के पाले… Continue reading बौद्धिक चोले में अंधभक्ति

प्रकृति गुस्सा दिखा रही है

हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और फिर जम्मू-कश्मीर, पंजाब व हरियाणा में लगातार हो रही भारी बारिश के कहर ने भयावह दृश्य दिखाए है। पहाड़ का सरकना, भूस्खलन का फैलना, सैलाब का आचानक उफनना और डूबते-बहते घरों का दिखना भी आमजन देख रहा हैं। जानमाल की हानि के अलावा जो जनजीवन का नुकसान हो रहा है उससे… Continue reading प्रकृति गुस्सा दिखा रही है

आपदा प्रबंधन के लिए नई तकनीक अपनाए

आपदा प्रबंधन के लिए एक मजबूत ढांचा तैयार करना होगा। इसमें न केवल राहत और बचाव की तैयारी शामिल होनी चाहिए, बल्कि प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों, जैसे कि बादल फटने की निगरानी, को भी मजबूत करना होगा। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग भूस्खलन और जलभराव की संभावना वाले स्थानों की पहचान के लिए किया जाना चाहिए।… Continue reading आपदा प्रबंधन के लिए नई तकनीक अपनाए

श्रद्धापूर्वक माता–पिता की सेवा ही सच्चा श्राद्ध

महर्षि दयानंद ने कहा था—मृतक श्राद्ध अवैदिक है। लेकिन जीवित माता–पिता की सेवा ही सबसे बड़ा यज्ञ है। वास्तव में यही वह सत्य है जो हमें याद रखना चाहिए।श्राद्ध का मर्म यही है कि श्रद्धा और सेवा से अपने माता–पिता और गुरुजनों का मन प्रसन्न करें। यही पुत्र का कर्तव्य है, यही धर्म है, और… Continue reading श्रद्धापूर्वक माता–पिता की सेवा ही सच्चा श्राद्ध

अमेरिका हो रहा है बरबाद!

अमेरिका जिन देशों (भारत सहित) की प्रतिष्ठा पर स्वयंभू लोकतंत्र, मानवाधिकार और नैतिकता की दुहाई देता रहा था, उनकी कीमत पर वह उस बदहाल और आतंकवाद के कारखाने पाकिस्तान को तरजीह दे रहा है, जिसने 9/11 के साजिशकर्ता ओसामा बिन लादेन को पनाह दी और उसकी आर्थिक मदद से जिहादी शक्तियों को पुष्ट किया। ऐसे… Continue reading अमेरिका हो रहा है बरबाद!

एससीओ से बदली दुनिया की कथा

एससीओ शिखर सम्मेलन से लेकर विक्टरी डे परेड तक यही जताया गया है कि दुनिया की वर्तमान कथा सिर्फ हताशा की नहीं है। बल्कि कहीं कुछ नया भी गढ़ा जा रहा है। 21वीं सदी का तीसरे दशक आते-आते ‘इतिहास के अंत’ की थीसीस का एंटी-थिसीस साकार रूप ले चुका है। अब आने वाले दशकों की… Continue reading एससीओ से बदली दुनिया की कथा

एकजुट है एनडीए, विपक्ष का दांव नाकाम

भाजपा संगठन के लिए दशकों काम कर चुके, लोकसभा सांसद और राज्यपाल रहे  सी.पी. राधाकृष्णन के अनुभव का लाभ देश को प्राप्त होगा और राज्यसभा का संचालन भी वे तटस्थ और निरपेक्ष होकर करेंगे। उनकी जीत निश्चित है। विपक्ष के पास अब भी समय है कि वह उनका समर्थन करे। नौ सितंबर को मतदान विपक्ष… Continue reading एकजुट है एनडीए, विपक्ष का दांव नाकाम

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