वायरल वीडियो को लेकर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने दी सफाई

Categorized as प्रादेशिक समाचार

हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को अपने एक वायरल वीडियो को लेकर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ री-काउंटिंग के बारे में बात की थी। 

पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि वीडियो को गलत संदर्भ में पेश किया जा रहा है और उनके बयान का अर्थ तोड़-मरोड़कर जनता के सामने रखा गया है। उन्होंने साफ कहा कि वे केवल चुनाव प्रक्रिया के दौरान री-काउंटिंग की बात कर रहे थे, न कि किसी प्रकार की चुनावी हेराफेरी की।

मांझी ने उदाहरण के तौर पर 2020 के विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उनके प्रत्याशी लगभग 2700 वोटों से चुनाव हार गए थे। इसके बाद नियम के मुताबिक उन्होंने अधिकारियों से री-काउंटिंग की मांग की थी, जिसे अधिकारियों ने मान लिया और नतीजा उनके पक्ष में आया था।

Also Read : ईशान किशन को टी20 विश्व कप 2026 में जगह

अपने बयान को स्पष्ट करते हुए मांझी ने 2025 के विधानसभा चुनाव का भी जिक्र किया। कई सीटों पर इस चुनाव में भी ऐसा हुआ है। री-काउंटिंग एक कानून सम्मत प्रक्रिया है। इस चुनाव में जिस वायरल वीडियो की चर्चा हो रही है, उसमें वे चुनाव के मतगणना में हार की आशंका के बाद वहां से चले गए, जबकि उन्हें री-काउंटिंग की मांग करनी चाहिए थी। इसी संदर्भ में उन्होंने कहा था कि 2020 में री-काउंटिंग की मांग की गई थी, इसलिए तब जीत मिली थी। जब मतगणना के दौरान वोटों का अंतर कम हो और स्थिति संदिग्ध लगे, तो प्रत्याशी को री-काउंटिंग की मांग करनी चाहिए।

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के खिलाफ राजद ने आरोप लगाया है कि चुनाव नतीजों में हेराफेरी हुई है। राजद ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि मांझी खुले मंच से यह स्वीकार कर रहे हैं कि 2020 के चुनाव में गया जिले की टिकारी विधानसभा सीट पर तत्कालीन डीएम की मदद से नतीजों में बदलाव कराया गया था। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी इस बार 2025 चुनाव में टिकारी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हारने और पिछला कारनामा न दोहरा पाने पर अफसोस जता रहे हैं।

Pic Credit : ANI


Previous News Next News

More News

सरकार का बड़ा फैसला, हाई-डोज निमेसुलाइड दवाओं पर लगाई रोक

December 31, 2025

सरकार ने दर्द और बुखार की दवाओं की उन सभी ओरल दवाओं के निर्माण, बिक्री और वितरण पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी है, जिनमें निमेसुलाइड 100 मिलीग्राम से अधिक मात्रा में होता है और जो तुरंत असर करने वाली (इमीडिएट-रिलीज) होती हैं।  यह दवा ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 की धारा 26ए के…

डिलीवरी और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़े वर्कर्स ने फिक्स सैलरी और सुरक्षा की मांग उठाई

December 31, 2025

प्रमुख डिलीवरी और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़े वर्कर्स का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बुधवार को कई शहरों में गिग वर्कर्स ने हड़ताल का ऐलान किया है। इसी बीच, डिलीवरी पार्टनर्स का कहना है कि उनसे 14 घंटे तक काम लिया जाता है, लेकिन उसके हिसाब से कंपनियां पैसा नहीं देती हैं।  दिल्ली में समाचार…

डिलीवरी और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़े वर्कर्स ने फिक्स सैलरी और सुरक्षा की मांग उठाई

December 31, 2025

प्रमुख डिलीवरी और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़े वर्कर्स का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बुधवार को कई शहरों में गिग वर्कर्स ने हड़ताल का ऐलान किया है। इसी बीच, डिलीवरी पार्टनर्स का कहना है कि उनसे 14 घंटे तक काम लिया जाता है, लेकिन उसके हिसाब से कंपनियां पैसा नहीं देती हैं।  दिल्ली में समाचार…

गिग वर्कर्स की हड़ताल के बीच स्विगी और जोमैटो ने बढ़ाया डिलीवरी इंसेंटिव

December 31, 2025

फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी और जोमैटो ने डिलीवरी पार्टनर्स की हड़ताल के बीच पीक घंटों और साल के अंतिम दिनों के लिए अधिक इंसेंटिव का ऐलान किया है।   इस इंसेंटिव का ऐलान ऐसे समय पर किया गया है, जब गिग और प्लेटफॉर्म कर्मचारियों ने राष्ट्रीय स्तर पर हड़ताल का ऐलान किया है।  डिलीवरी वर्कर्स यूनियन…

गिग वर्कर्स की हड़ताल के बीच स्विगी और जोमैटो ने बढ़ाया डिलीवरी इंसेंटिव

December 31, 2025

फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी और जोमैटो ने डिलीवरी पार्टनर्स की हड़ताल के बीच पीक घंटों और साल के अंतिम दिनों के लिए अधिक इंसेंटिव का ऐलान किया है।   इस इंसेंटिव का ऐलान ऐसे समय पर किया गया है, जब गिग और प्लेटफॉर्म कर्मचारियों ने राष्ट्रीय स्तर पर हड़ताल का ऐलान किया है।  डिलीवरी वर्कर्स यूनियन…

logo