कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी पर अपना दावा करती है लेकिन महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार ग्रामीण योजना यानी मनरेगा को समाप्त किया गया तो कांग्रेस इसे बड़ा मुद्दा नहीं बना सकी। उसकी बजाय ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना दिया। दिल्ली से लेकर कोलकाता तक तृणमूल कांग्रेस ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया। ममता बनर्जी ने कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि केंद्र सरकार ने महात्मा गांधी का अपमान किया है। उन्होंने ऐलान किया कि पश्चिम बंगाल सरकार की जो रोजगार योजना चलती है, जिसका नाम कर्म योजना है उसका नाम अब महात्मा गांधी के नाम पर होगा। तृणमूल कांग्रेस ने टैगोर और बंकिम चंद्र से लेकर महात्मा गांधी तक के अपमान का मुद्दा बना कर भाजपा को कठघरे में खड़ा किया।
ममता बनर्जी के सांसदों ने गुरुवार को पूरी रात संसद भवन की सीढ़ियों पर धरना दिया। गौरतलब है कि बुधवार और गुरुवार को आधी रात के बाद तक संसद में इस बिल पर चर्चा हुई। बुधवार को आधी रात के बाद लोकसभा ने बिल पास किया और गुरुवार को आधी रात के बाद राज्यसभा ने बिल पास किया। उसके बाद 12 घंटे के लिए तृणमूल कांग्रेस के सांसद धरने पर बैठे। उन्होंने महात्मा गांधी के अपमान का मुद्दा बनाया। ममता की महिला सांसद दिल्ली की कड़ाके की ठंड, छह डिग्री के तापमान और धुएं व धुंध की चादर के बीच खुले में धरने पर बैठी रहीं। रात भर वे ‘हम होंगे कामयाब’ गाते रहे और हर घंटे, दो घंटे पर इसकी वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई। उन्होंने ऐसा माहौल बना दिया कि दिल्ली से कोलकाता तक चर्चा होती रही। तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा से लड़ने वाले मुख्य विपक्ष के तौर पर अपने को ब्रांड किया। इसका फायदा उसे विधानसभा चुनाव में मिलेगा।
