हरियाणा में अगले साल अप्रैल में राज्यसभा की दो सीटें खाली हो रही हैं, जिनमें से एक सीट किरण चौधरी की है। हरियाणा के दिग्गज कांग्रेसी नेता रहे चौधरी बंशीलाल की बहू किरण चौधरी पिछले साल चुनाव से कुछ समय पहले ही भाजपा में शामिल हुई थीं। भाजपा में शामिल होते ही अगस्त 2024 में उनको राज्यसभा के भेज दिया गया था। उनको दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद बन जाने से खाली हुई सीट पर भेजा गया था, जिसका कार्यकाल अप्रैल में खत्म हो रहा है। दूसरी सीट रामचंद्र जांगड़ा की है।
हरियाणा में एक सीट जीतने के लिए 31 वोट की जरुरत है। सो, भाजपा और कांग्रेस में एक एक सीट बंटेगी। भाजपा ने जाट राजनीति के तहत किरण चौधरी को राज्यसभा भेजा और उनकी बेटी श्रुति चौधरी को विधानसभा की टिकट दी। वे विधायक बनीं तो उनको मंत्री भी बनाया गया। तभी क्या भाजपा किरण चौधरी को फिर छह साल का कार्यकाल देकर राज्यसभा भेजेगी? उसके अपने कई नेता दावेदार हैं। प्रदेश अध्यक्ष मोहन बडौली से लेकर कैप्टेन अभिमन्यु तक की दावेदारी है। दूसरी ओर कांग्रेस की एक सीट आलाकमान तय करेगा या भूपेंद्र सिंह हुड्डा तय करेंगे यह देखना भी दिलचस्प होगा।
