ढाका/नई दिल्ली। बांग्लादेश में एक और हिंदू की हत्या कर दी गई है। पिछले 12 दिन के अंदर बांग्लादेश में तीसरे हिंदू व्यक्ति की हत्या हुई है। तीसरी घटना भी मैमन सिंह जिले की है। गौरतलब है कि मैमन सिंह जिले में ही 18 दिसंबर को हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की हत्या की गई थी और पेड़ से लटका कर जला दिया गया था। बहरहाल, सोमवार, 29 दिसंबर को मैमन सिंह जिले की एक कपड़ा फैक्टरी के अंदर हिंदू कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
घटना सोमवार शाम करीब सात बजे भालुका उपजिला की सुलताना स्वेटर्स लिमिटेड की फैक्टरी में हुई। मरने वाले की पहचान बजेंद्र बिस्वास के रूप में हुई है, जो फैक्टरी में सुरक्षा गार्ड था। आरोपी नोमान मियां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दोनों फैक्टरी में सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात थे। बातचीत के दौरान नोमान मियां ने बजेंद्र पर सरकारी शॉटगन तान दी और गोली चला दी। गोली लगने से बजेंद्र की मौत हो गई।
इससे पहले 24 दिसंबर रात करीब 11 बजे एक हिंदू युवक की पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी। घटना राजबाड़ी जिले के होसेनडांगा गांव में हुई। मृतक की पहचान 29 साल के अमृत मंडल उर्फ सम्राट के तौर पर हुई। पुलिस ने बताया कि अमृत को भीड़ ने जबरन वसूली के आरोप में मार डाला। वह होसेनडांगा गांव का ही निवासी था। गौरतलब है कि भारत विरोधी और शेख हसीना विरोधी नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद से हिंसा भड़की है और लगातार हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं। इसके विरोध में भारत में कई जगह प्रदर्शन हुए और भारत ने बांग्लादेश के उच्चायुक्त को बुला कर आपत्ति दर्ज कराई।
बहरहाल, सबसे पहले 18 दिसंबर को मैमन सिंह जिले में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की भीड़ ने हत्या कर दी थी। बाद में उसे पेड़ पर लटकाकर जला दिया था। इस मामले की जांच में यह सामने आया कि जिस दावे के आधार पर भीड़ ने हमला किया था, उसके कोई सबूत नहीं मिले। दरअसल, सोशल मीडिया पर यह आरोप लगाया जा रहा था कि दीपू चंद्र दास ने फेसबुक पर ऐसी टिप्पणी की थी, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं, लेकिन जांच एजेंसियों का कहना है कि अब तक ऐसी किसी भी पोस्ट या टिप्पणी के प्रमाण नहीं मिले हैं।
