महाभयानक शक्ति का स्रोत माता कालरात्रि

सप्तमी की पूजा सुबह में अन्य दिनों की भांति ही होती है, परंतु रात्रि काल में विशेष विधि -विधान के साथ देवी की पूजा किये जाने का विधान है।  इस दिन अनेक प्रकार के मिष्टान एवं कहीं -कहीं तांत्रिक विधि से पूजा होने पर मदिरा भी देवी को अर्पित की जाती है। सप्तमी की रात्रि… Continue reading महाभयानक शक्ति का स्रोत माता कालरात्रि

अपार कृपा बरसाने वाली माता कात्यायनी

भगवती दुर्गा के छठे स्वरूप कात्यायनी के संबंध में भी अनेक पौराणिक कथा प्रचलित है। कथा के अनुसार माता कात्यायनी ने भक्तों के हितार्थ परम शक्ति के रूप मे उत्पन्न होकर संसार में व्याप्त असुरों के भय को समाप्त किया है। देवताओं के कल्याण हेतु ऋषि कत के पुत्र कात्य अर्थात महर्षि कात्यायन के यहां… Continue reading अपार कृपा बरसाने वाली माता कात्यायनी

इजराइलः जीत फ़ौरी है और हार टिकाऊ

कहानी का मुख्य पहलू है कि फिलस्तीनियों के साथ बेलगाम ज्यादती और गज़ा में मानव संहार को आगे बढ़ाते हुए इजराइल किस तरह दुनिया में अलग-थलग पड़ गया है। उसके उद्दंड व्यवहार के कारण खाड़ी, अरब और इस्लामी दुनिया में नए समीकरण बन रहे हैं। पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हुआ रक्षा समझौता इसकी… Continue reading इजराइलः जीत फ़ौरी है और हार टिकाऊ

पाकिस्तान में खेलने का माद्दा क्या?

जहां भारत वैश्विक प्रतियोगिताओं के सेमीफाइनल-फाइनल तक पहुंच रहा है, वहीं पाकिस्तान शुरुआती चरण में ही लड़खड़ा जाती है। वर्ष 2024 के टी20 विश्व कप में उसे अमेरिका जैसी कमजोर टीम ने हराकर प्रतियोगिता से बाहर कर दिया था। स्पष्ट है कि पाकिस्तानी टीम में अब न दम नजर आता है और न ही प्रतिस्पर्धा।… Continue reading पाकिस्तान में खेलने का माद्दा क्या?

राष्ट्रवादी मूल्यों में खंपे संघ के सौ वर्ष…

राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ भारत को केवल राजनीतिक भू सीमा नहीं, बल्कि एक जीवंत सांस्कृतिक राष्ट्र मानता है। इसकी दृष्टि में भारतीय संस्कृति ही राष्ट्रीय एकता का आधार है। ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना के साथ साथ संघ मातृभूमि की सेवा को सर्वोपरि मानता है। यह आधुनिकता और परंपरा के संतुलन पर बल देता है। संघ की… Continue reading राष्ट्रवादी मूल्यों में खंपे संघ के सौ वर्ष…

चमक, दमक, धमक से भरपूर: ‘बैड्स ऑफ़ बॉलीवुड’

‘बैड्स ऑफ़ बॉलीवुड‘ के हर डिपार्टमेंट में अच्छा काम किया गया है। कलाकारों की परफॉर्मेंस की बात करें तो वो इसका एक बेहद मज़बूत पहलू है। एक से एक मंझे हुए कलाकारों में मनोज पाहवा इस शो की आत्मा हैं। उनकी कॉमिक टाइमिंग और भावनात्मक गहराई दोनों ही कमाल की हैं। नए कलाकारों में लक्ष्य… Continue reading चमक, दमक, धमक से भरपूर: ‘बैड्स ऑफ़ बॉलीवुड’

एआई से चुनौतियां ज्यादा

एआई के कारण होने वाला रोजगार नुकसान केवल आर्थिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक और मनोवैज्ञानिक चुनौती भी है। बेरोजगारी न केवल व्यक्तियों की आय को प्रभावित करती है, बल्कि उनके आत्मसम्मान और सामाजिक स्थिति को भी ठेस पहुंचाती है। भारत जैसे विकासशील देश में, जहां पहले से ही बेरोजगारी और इम्पलॉयमेंट की समस्या है, एआई-प्रेरित… Continue reading एआई से चुनौतियां ज्यादा

भारतीय आख्यान परंपरा बेजोड़

भारतीय संस्कृति के अनुसार मानव और देव दोनों परस्पर संबद्ध हैं। मनुष्य यज्ञों में देवों के लिए आहुति देता है, जो प्रसन्न होकर उसकी अभिलाषा पूर्ण करते हैं और अपने प्रसादों की वृष्टि उनके ऊपर निरंतर करते रहते हैं। इस प्रकार वैदिक आख्यानों से संबंधित अनेक आख्यानों का विकास उपनिषद, ब्राह्मण व आरण्यक ग्रंथों, रामायण,… Continue reading भारतीय आख्यान परंपरा बेजोड़

बिहार में हार, जीत पर सब निर्भर!

बिहार चुनाव मोदी जी के अस्तित्व का सवाल बन गया है। हारे तो खेल खत्म। उन पर चारों तरफ से हमले हो रहे हैं। 11 साल तक उनकी बातों, भाषण, कहानियों का दौर रहा। मगर अब सवाल उठने लगे हैं। उनकी छवि गिर रही है। उन्होंने अपना छवि निर्माण राष्ट्रवाद पर किया था। मगर वह… Continue reading बिहार में हार, जीत पर सब निर्भर!

आद्या शक्ति नहीं, भीरूता माता

 वही गाँधी स्वतंत्र भारत के ‘राष्ट्रपिता‘ हैं तो न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका के भी पिता हैं। अतः हिन्दुओं को जब चाहे, बात-बेबात फटकारना, और मुस्लिमों का हर हाल में बचाव करना भारतीय शासक वर्ग का एक प्रकार का सिग्नेचर ट्यून रहा है।… बाल ठाकरे जैसे अपवादों को छोड़, सभी नेता जिहाद और उस के प्रेरक… Continue reading आद्या शक्ति नहीं, भीरूता माता

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