सेल, इस्पात भवन रांची के गंगा हॉल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वर्कशॉप हुआ सम्पन्न

Categorized as प्रादेशिक समाचार

आज सेट, सेल, इस्पात भवन रांची के गंगा हॉल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वर्कशॉप का कर्टेन रेज़र इवेंट संपन्न हुआ। इस इवेंट की अध्यक्षता श्रवण कुमार वर्मा, कार्यपालक निदेशक, सेट ने की और इसमें 25 से ज़्यादा प्रिंट मीडिया के लोग शामिल हुए। शुरुआत में, सेल, रांची के संचार प्रमुख उज्ज्वल भास्कर ने मीडिया के लोगों का स्वागत किया और उनका परिचय कराया।

इसके बाद  वर्मा ने सभा को इस एकद्विवसीय तकनिकी संगोष्ठी की विस्तृत जानकारी दी, तथा  आज स्टील इंडस्ट्री में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज सॉफ्ट सेक्टर ने अपने प्रचालन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नीक को अच्छी तरह से अपना लिया है और स्टील जैसे मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को अभी भी इस टेक्नोलॉजी का पूरा फ़ायदा मिलना बाकी है। 

मीडिया के लोगों के सवालों का जवाब देते हुए, उन्होंने रॉ मटीरियल ट्रांसपोर्टेशन और ऑप्टिमाइज़ेशन के साथ-साथ निकल-क्रोमियम एलॉयइंग प्रोसेस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नीक का इस्तेमाल इस्पात क्षेत्र में हो रहा है। “प्रचालन में सुधार के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का लाभ उठाना” शीर्षक वाली कार्यशाला कल ‘उत्सव हॉल, इस्पात एक्जीक्यूटिव हॉस्टल, सेल सैटेलाइट टाउनशिप, रांची’ स्थल पर ‘सेंटर फॉर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीईटी)’, सेल के तत्वावधान में आयोजित की जाएगी। 

Also Read : पति आदित्य की फिल्म ‘धुरंधर’ के रिलीज के दिन भावुक हुईं यामी गौतम

यह कार्यक्रम इस्पात उद्योग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) की तेजी से बढ़ती भूमिका पर ध्यान केंद्रित करेगा और यह भी बताएगा कि कैसे ये प्रौद्योगिकियां सेल के परिचालन के भीतर दक्षता, सुरक्षा, गुणवत्ता और लागत प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ा सकती हैं।  संजय कुमार, मुख्य महाप्रबंधक (सीईटी) और उनकी टीम द्वारा परिकल्पित और  वर्मा के नेतृत्व में आयोजित कार्यशाला में सेल की विभिन्न इकाइयों के वरिष्ठ अधिकारी और तकनीकी विशेषज्ञ एक साथ आएंगे। 

कई प्रमुख प्रौद्योगिकी भागीदार भाग लेंगे, जिनमें माइक्रोसॉफ्ट, सीमेंस लिमिटेड, श्नाइडर इलेक्ट्रिक, टेक्निकल सेशन में प्रैक्टिकल डेमोंस्ट्रेशन, केस स्टडी और स्टील मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इनेबल्ड सॉल्यूशंस पर एक्सपर्ट इनसाइट्स होंगे—प्रेडिक्टिव मेंटेनेंस और प्रोसेस ऑप्टिमाइजेशन से लेकर एनर्जी एफिशिएंसी और डिजिटल वर्कफ़्लो ट्रांसफॉर्मेशन तक। यह पहल डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के लिए सेल की प्रतिबद्धता और ओवरऑल परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने के लिए प्लांट ऑपरेशन्स में इंडस्ट्री 4.0 टेक्नोलॉजी को आत्मसात करने की उसकी लगातार कोशिशों को दिखाती है।

Pic Credit : ANI


Previous News Next News

More News

इंदौर में दूषित पानी पीने से हुई मौत पर तीन अफसरों पर कार्रवाई

December 31, 2025

मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर के भागीरथपुरा इलाके में दूषित पानी पीने से हुई मौतों के मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सख्त एक्शन लिया है और तीन अधिकारियों पर कार्रवाई की है।  दरअसल, भागीरथपुरा इलाके में दूषित पानी पीने के बाद लोगों को उल्टी की शिकायत हुई, जिनमें से कई लोग अस्पताल में…

सरकार का बड़ा फैसला, हाई-डोज निमेसुलाइड दवाओं पर लगाई रोक

December 31, 2025

सरकार ने दर्द और बुखार की दवाओं की उन सभी ओरल दवाओं के निर्माण, बिक्री और वितरण पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी है, जिनमें निमेसुलाइड 100 मिलीग्राम से अधिक मात्रा में होता है और जो तुरंत असर करने वाली (इमीडिएट-रिलीज) होती हैं।  यह दवा ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 की धारा 26ए के…

सरकार का बड़ा फैसला, हाई-डोज निमेसुलाइड दवाओं पर लगाई रोक

December 31, 2025

सरकार ने दर्द और बुखार की दवाओं की उन सभी ओरल दवाओं के निर्माण, बिक्री और वितरण पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी है, जिनमें निमेसुलाइड 100 मिलीग्राम से अधिक मात्रा में होता है और जो तुरंत असर करने वाली (इमीडिएट-रिलीज) होती हैं।  यह दवा ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 की धारा 26ए के…

डिलीवरी और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़े वर्कर्स ने फिक्स सैलरी और सुरक्षा की मांग उठाई

December 31, 2025

प्रमुख डिलीवरी और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़े वर्कर्स का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बुधवार को कई शहरों में गिग वर्कर्स ने हड़ताल का ऐलान किया है। इसी बीच, डिलीवरी पार्टनर्स का कहना है कि उनसे 14 घंटे तक काम लिया जाता है, लेकिन उसके हिसाब से कंपनियां पैसा नहीं देती हैं।  दिल्ली में समाचार…

डिलीवरी और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़े वर्कर्स ने फिक्स सैलरी और सुरक्षा की मांग उठाई

December 31, 2025

प्रमुख डिलीवरी और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़े वर्कर्स का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बुधवार को कई शहरों में गिग वर्कर्स ने हड़ताल का ऐलान किया है। इसी बीच, डिलीवरी पार्टनर्स का कहना है कि उनसे 14 घंटे तक काम लिया जाता है, लेकिन उसके हिसाब से कंपनियां पैसा नहीं देती हैं।  दिल्ली में समाचार…

logo