केरल में क्या कांग्रेस पार्टी की लड़ाई भारतीय जनता पार्टी से है या लेफ्ट फ्रंट से है? जब लड़ाई 10 साल से शासन संभाल रहे लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट यानी एलडीएफ के साथ है तो फिर स्थानीय निकाय चुनावों के बाद कांग्रेस की ओर से भाजपा को जवाब देने की इतनी हड़बड़ी क्या थी? कांग्रेस के संगठन महासचिव यानी केसी वेणुगोपाल ने बहुत विस्तार से भाजपा को जवाब दिया। उनको इस बात से आपत्ति थी कि भाजपा कैसे केरल में स्थानीय निकाय चुनावों में अपनी जीत का ढोल बजा रही है। यह सही है कि भाजपा को कोई बड़ी जीत नहीं मिली है। लेकिन तिरूवनंतपुरम की जीत को भाजपा बड़ा बना रही है ताकि अगले साल के विधानसभा चुनाव का माहौल बनाया जा सके।
लेकिन इससे वेणुगोपाल आहत हो गए। उन्होंने सोशल मीडिया में एक लंबी पोस्ट लिख कर भाजपा की आलोचना की। उन्होंने लिखा कि भाजपा का जीत का दावा करना हास्यास्पद है। वेणुगोपाल ने लिखा कि एनडीए एक भी जिला पंचायत नहीं जीत सका, एक भी प्रखंड पंचायत नहीं जीत सका, सिर्फ दो नगरपालिकाओं में उसे जीत मिली और एक नगर निगम में जीत मिली, जिसे वह इतना बड़ा बना कर दिखा रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि त्रिशुर लोकसभा में भाजपा जितने वोट लेकर जीती थी उसमें से पांच फीसदी वोट कम हो गया और 941 ग्राम पंचायतों में से भाजपा के जीते ग्राम पंचायतों की संख्या 19 से बढ़ कर 26 हुई है। ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस के नेता ही भाजपा से लड़ कर उसको लड़ाई में ले आएंगे।
