यह बहुत कमाल की बात है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके साथ साथ बिहार की दूसरी विपक्षी पार्टियों के तमाम नेताओं ने वोट चोरी के आरोप लगाए, एसआईआर में गड़बड़ी के आरोप लगाए और चुनाव आयोग पर हमला किया लेकिन चुनाव के बाद किसी भी पार्टी के किसी भी हारे हुए उम्मीदवार ने चुनाव आयोग से शिकायत नहीं की है। नतीजे आए हुए 10 दिन हो गए हैं और चुनाव आयोग ने कहा है कि उसके पास कोई शिकायत नहीं मिली है। हालांकि नतीजों के तुरंत बाद जब राष्ट्रीय जनता दल की बैठक हुई थी तब नतीजों को चुनौती देने की चर्चा उसमें हुई थी। कई उम्मीदवारों ने अपने यहां अलग अलग तरह की गड़बड़ियों की आशंका जताई थी।
लेकिन उस बैठक का भी एक हफ्ता हो गया है और अभी तक आयोग के पास कोई शिकायत नहीं पहुंची है। हालांकि कहा जा रहा है कि कुछ शिकायत सीधे अदालत में पहुंचेगी। उसके लिए उम्मीदवार कानूनी सलाह ले रहे हैं। लेकिन उससे पहले चुनाव आयोग इस बात के लिए अपनी पीठ थपथपा रहा है कि आरोप चाहे जितने लगे हों कोई शिकायत नहीं है। आयोग की ओऱ से इस बात का भी श्रेय लिया गया है कि यह पहला चुनाव है, जिसमें कहीं से बोगस वोटिंग की शिकायत भी नहीं मिला और इतना बड़ा मतदाता समूह होने के बावजूद किसी भी बूथ पर रिपोलिंग नहीं करानी पड़ी।
