लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सोमवार को जम कर हंगामा हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को नमूना कहा। उन्होंने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को भी नमूना कहा। इस पर विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडेय ने आपत्ति की और सपा के विधायकों ने जम कर हंगामा किया। खुद अखिलेश यादव ने भी इसका जवाब दिया।
इससे पहले शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सोमवार को प्रश्न काल के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कफ सिरप मामले में सपा के आरोपों पर कहा, ‘प्रश्न क्या है, मुद्दे क्या उठाए जा रहे हैं। पूरा अध्ययन करके आना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने कोडीन के मुद्दे को उठाया है, लेकिन मैं आपकी इस मजबूरी को समझता हूं। एक कहावत है, चोर की दाढ़ी में तिनका’। गौरतलब है कि वे आरोप लगा रहे हैं कि कफ सिरप के आरोपियों का संबंध सपा से है।
बहरहाल, इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘देश के अंदर दो नमूने हैं, एक दिल्ली में और एक लखनऊ में बैठते हैं। जब देश में कोई चर्चा होती है तो वो देश छोड़कर चले जाते हैं। मुझे लगता है कि यही आपके बउआ के साथ भी होता है। वह फिर इंग्लैंड सैर सपाटे पर चले जाएंगे और आप यहां चिल्लाते रहेंगे’।
मुख्यमंत्री के बयान के थोड़ा देर बाद ही अखिलेश यादव ने पलटवार किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘आत्मस्वीकृति… किसी को उम्मीद नहीं थी कि दिल्ली-लखनऊ की लड़ाई यहां तक पहुंच जाएगी। संवैधानिक पदों पर बैठे लोग मर्यादा की सीमा न लांघें। भाजपाई अपनी पार्टी के अंदर की खींचातानी को चौराहे पर न लाएं’।
इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि प्रदेश में कोडीन कफ सिरप से कोई मौत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि 2016 में इसके सबसे बड़े होल सेलर को सपा ने ही लाइसेंस दिया था। अखिलेश के सिरप माफियाओं पर बुलडोजर चलाने के चैलेंज पर कहा कि चिंता मत कीजिए। समय आने पर बुलडोजर एक्शन भी होगा।
