नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने छह महीने में दूसरी बार रेल किराए में बढ़ोतरी की है। हालांकि बढ़ोतरी एक से दो पैसे प्रति किलोमीटर की है लेकिन इस बढ़ोतरी से भी रेलवे को छह सौ करोड़ रुपए की अतिरिक्त आमदनी होगी। बढ़ा हुआ किराया 26 दिसंबर 2025 से लागू होगा। रेलवे की ओर से कहा गया है कि 215 किलोमीटर से ज्यादा दूरी का सफर करने वाले यात्रियों को अब हर किलोमीटर के लिए एक से दो पैसे अतिरिक्त चुकाने होंगे। पहले की तरह नॉन एसी मेल क्लास में प्रति किलोमीटर एक पैसा और एसी क्लास में दो पैसा प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी हुई है।
इससे पहले इसी साल जुलाई में रेलवे ने किराए में बढ़ोतरी की थी। तब भी किराए में एक से दो पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गई है। इसका मतलब है कि दो बार में किराए में दो से चार पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी करके रेलवे ने 12 सौ करोड़ रुपए जनता की जेब से निकालने का बंदोबस्त कर लिया है। ऐसा लग रहा है कि किराए में एक से दो पैसे की बढ़ोतरी इसलिए हो रही है ताकि लोगों का ध्यान इस ओर न जाए। एक बार में ज्यादा बढ़ोतरी करने पर सवाल उठेंगे। इससे पहले 2020 में आखिरी बार किराया बढ़ा था। उसके बाद इस साल दो बार बढ़ोतरी हुई है।
बहरहाल, रेलवे का अनुमान है कि एक से दो पैसे प्रति किलोमीटर बढ़ाने से उसे हर साल छह सौ करोड़ रुपए की अतिरिक्त कमाई होगी। रेलवे ने छोटी दूरी की यात्रा करने वालों को राहत दी है। 215 किलोमीटर से कम दूरी की यात्रा करने वालों के किराए में बढ़ोतरी नहीं होगी। रोजाना सफर करने वाले यात्रियों के लिए भी राहत की खबर है। रेलवे ने सब अर्बन यानी उपनगरीय ट्रेनों और मंथली सीजन टिकट की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई जैसे शहरों में लोकल ट्रेनों से सफर करने वाले लाखों यात्रियों पर कोई बोझ नहीं पड़ेगा।
