मुंबई। महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ महायुति ने बड़ी जीत हासिल की है। दो चरण में हुए चुनावों के नतीजे रविवार को जारी हुए। 246 नगर परिषद और 42 नगर पंचायतों यानी कुल 288 निकायों के लिए हुए चुनाव में महायुति को 215 सीटों पर जीत मिली। महायुति में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने 120 सीटों पर जीत दर्ज की है। एकनाथ शिंदे की शिव सेना को 58 सीटें और अजित पवार की एनसीपी को 37 सीटें मिलीं हैं।
दूसरी ओर विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी की तीनों पार्टियां मिल कर कुल 51 सीटें ही जीत पाई है। इसमें कांग्रेस 31, उद्धव ठाकरे की शिव सेना 10 और शरद पवार की एनसीपी को भी 10 सीटें मिलीं। स्थानीय स्तर पर अघाड़ी बना कर लड़ी समूह को 22 सीटें मिली हैं। गौरतलब है कि महाराष्ट्र 288 नगर परिषदों और नगर पंचायत के लिए दो चरणों में चुनाव हुआ था। पहले चरण में दो दिसंबर को 263 निकायों में मतदान हुआ था। बाकी 23 नगर परिषदों और कुछ खाली पदों पर 20 दिसंबर को वोटिंग हुई थी। धुले की डोंडाइचा नगर परिषद, सोलापुर की उंगर नगर पंचायत और जलगांव जिले की जामनेर नगर परिषद में भाजपा निर्विरोध जीती।
महायुति की जीत पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने खुशी जताते हुए कहा, ‘नगरपालिका और नगर पंचायत चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और महायुति को मिली जबरदस्त सफलता के लिए मैं महाराष्ट्र की जनता का आभार व्यक्त करता हूं। 2017 में 94 नगरपालिकाओं की तुलना में इस बार हमने 129 नगरपालिकाओं में जीत हासिल की है’। कुल 68 सौ से कुछ ज्यादा सीटों का चुनाव हुआ था, जिसमें से 33 सौ सीट भाजपा ने जीती है। शिंदे की शिव सेना को छह सौ और अजित पवार की एनसीपी को दो सौ सीटें मिली हैं।
दूसरी ओर उद्धव ठाकरे की शिव सेना के सांसद संजय राउत ने चुनाव में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए कहा, ‘बीजेपी को 120-125 सीटें मिलीं, शिंदे ग्रुप को 54 मिलीं और अजित पवार को 40-42 सीटें मिलीं। ये नंबर असेंबली वाले ही हैं, है ना? वही मशीन, वही सेटिंग और वही पैसा। यही हमारी डेमोक्रेसी है। नंबरों में बिल्कुल भी बदलाव नहीं हुआ है। बीजेपी ने मशीनें उसी तरह सेट की हैं। इसलिए वही नंबर दिख रहे हैं। उन्हें कम से कम नंबर तो बदलने चाहिए थे’।
