नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी को बड़ी राहत मिलने के बाद कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार की सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफा मांगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करके सोनिया और राहुल गांधी को परेशान करने का एजेंडा एक्सपोज हो गया है और इसकी जिम्मेदारी लेते हुए मोदी और शाह को इस्तीफा देना चाहिए।
गौरतलब है कि एक दिन पहले मंगलवार को राउज एवेन्यू कोर्ट ने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की ओर से दाखिल आरोपपत्र पर संज्ञान लेने से इनकार कर दिया था। अदालत ने कहा कि ईडी ने बिना एफआईआर के एक निजी शिकायत पर जांच शुरू की इसलिए कानूनी रूप से उसके आरोपपत्र पर संज्ञान नहीं लिया जा सकता है।
इस फैसले के एक दिन बाद बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये राजनीतिक प्रतिशोध का मामला है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है और गांधी परिवार को सताया जा रहा है। खड़गे ने कहा कि ईडी का दुरुपयोग कर कई सांसदों, विधायकों को अपने पाले में कर कई राज्यों में सरकार बनाई गई। उन्होंने कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सत्य की हमेशा जीत होती है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ मौजूद कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और सुप्रीम कोर्ट के वकील अभिषेक सिंघवी ने कहा कि इस केस में सत्ता के दवाब पर संविधान का निर्णायक असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि 2021 से 25 के बीच में ईडी ने राहुल गांधी ने 50 घंटे, खड़गे से छह घंटे और सोनिया गांधी से आठ घंटे पूछताछ की। उन्होंने कहा कि 2014 में सुब्रह्मण्यम स्वामी ने शिकायत की थी। लेकिन पहले ईडी कहती रही कि इसमें कुछ भी अपराध नहीं है लेकिन अचानक 2021 जून में कार्रवाई तेज कर दी गई। उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई आधार नहीं था और सिर्फ दुर्भावना के तहत कार्रवाई की गई।
