‘इंडिया’ का प्रचार कर रहे प्रधानमंत्री

Categorized as प्रेस रीलिज, समाचार

विपक्षी गठबंधन ने 18 जुलाई की बेंगलुरू में हुई बैठक में तय किया था उसका नाम इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस यानी ‘इंडिया’ होगा। उसके बाद दो हफ्ते से भी कम समय में यह नाम लोगों की जुबान पर चढ़ गया है और इसका श्रेय जाता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी के नेताओं को। प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी गठबंधन को लेकर पिछले 10-12 दिन में इतने बयान दिए हैं

Become a member to read the full article Become a member

Previous News Next News

More News

ममता का जय मां दुर्गा और जय महाकाल!

December 31, 2025

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के जय श्रीराम नारे का जवाब जय मां काली से दिया था। वे पूरे चुनाव में काली पूजा का महत्व बताती रहीं और मां काली की आराधना के मंत्र पढ़ती रहीं। अब वे एक कदम और आगे बढ़ गई हैं। उन्होंने दीघा में…

विजय को रोकना मुश्किल होगा

December 31, 2025

तमिल फिल्मों के सुपर सितारे विजय का राजनीतिक रथ रोकना तमिलनाडु की दोनों प्रादेशिक पार्टियों के लिए मुश्किल होता दिख रहा है। खबर है कि अन्ना डीएमके से अलग हुए दो लोकप्रिय नेता उनकी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीसेल्वम के विजय की पार्टी टीवीके में जाने की चर्चा है तो…

तेल पर सरकार की गजब कमाई

December 31, 2025

साल 2025 जा रहा है और इसका लेखा जोखा करते हुए एक बहुत दिलचस्प आंकड़ा सामने आया है। पता चला है कि इस साल यानी 2025 में पूरी दुनिया में कच्चा तेल बहुत सस्ता हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत कम होने से भारत सरकार को बड़ी कमाई हुई। कमाई दो तरह से…

भाजपा को रोकने के लिए पवार परिवार एकजुट

December 31, 2025

भारतीय जनता पार्टी के नेता और सोशल मीडिया में उसके इकोसिस्टम के लोग इस बात पर मजे ले रहे हैं कि शऱद पवार और अजित पवार की पार्टी एक हो गई। वे खुश हो रहे हैं कि शरद पवार ने भी महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव के बहाने कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन को…

भारत की संभावनाओं की कुंजी

December 31, 2025

भारत को ऐसी सोच चाहिए जो व्यक्ति को केवल डेटा बिंदु नहीं, एक स्वायत्त, समझदार, गरिमामय नागरिक माने। एक ऐसी लोकतांत्रिक सोच जो यह माने कि प्रगति केवल आंकड़ों से नहीं, आशाओं और अवसरों से भी मापी जाती है। क्यों शिक्षा और तकनीक को नेतृत्व करना चाहिए? प्रसिद्ध अर्थशास्त्री एजाज़ ग़नी (मेरे जेएनयू के मित्र…

logo