कोलकाता। दुनिया के सुपरस्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी को देखने के लिए कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में हजारों की संख्या में लोग जुटे थे। लोगों ने 12 हजार रुपए तक की टिकट कटाई थी। लेकिन मेसी के उन्हीं प्रशंसकों ने स्टेडियम में जम कर हंगामा किया और तोड़ फोड़ की, जिसके बाद मुख्य आयोजक को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रशंसक इस बात से नाराज थे कि मेसी बहुत थोड़ी देर के लिए स्टेडियम में पहुंचे, वे खेलने के लिए मैदान पर नहीं उतरे और सारे समय वे अति विशिष्ट लोगों से घिरे रहे, जिससे प्रशंसक उनकी एक झलक भी नहीं देख सके।
स्टेडियम में आधे घंटे से भी कम रूकने के बाद जब मेसी वहां से निकलने लगे तो लोगों का धीरज चूक गया और उन्होंने मैदान में पानी की बोतल फेंकनी शुरू की। इसके बाद स्टेडियम में से कुर्सियां उठा कर फेंकी और बाद में वीआईपी स्टैंड में तोड़फोड़ की। घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है और दोषियों पर कार्रवाई का ऐलान किया है। उन्होंने इसके लिए एक जांच कमेटी भी बनाई है।
गौरतलब है कि अर्जेंटीना के फुटबॉलर मेसी के साथ उरुग्वे के स्ट्राइकर लुईस सुआरेज और अर्जेंटीना के मिडफील्डर रोड्रिगो डी पॉल भी भारत आए हैं। तीनों फुटबॉलर शनिवार को तड़के करीब ढाई बजे कोलकाता एयरपोर्ट पहुंचे। सुबह 11 बजे मेसी ने अपने 70 फीट ऊंची मूर्ति का वर्चुअल उद्घाटन किया, इसमें बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान भी मौजूद थे। इसके बाद तीनों खिलाड़ी सॉल्ट लेक स्टेडियम पहुंचे, जहां उन्होंने फैंस से मुलाकात की। तीनों खिलाड़ी करीब 22 मिनट बाद ही वहां से निकल गए। इससे नाराज फैंस ने स्टेडियम में बोतलें व कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दीं।
बाद में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सार्वजनिक माफी मांगी। बाद में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर जावेद शमीम ने कहा कि मुख्य आयोजक सताद्रू दत्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। आयोजकों ने वादा किया है कि वे टिकट का पैसा वापस कर देंगे। उधर भारतीय फुटबॉल महासंघ ने कहा है कि यह उनका कार्यक्रम नहीं है। इससे पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने इस कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी थी। असल में प्रशंसकों ने लोकभवन में दी गई शिकायत में कहा था कि टिकट बहुत महंगे हैं, इसके चलते वे अपने पसंदीदा खिलाड़ी को देख भी नहीं पाएंगे।
